| 1. | आंत्रिक ज्वर में धीरे-धीरे ज्वर विकसित होता है।
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| 2. | आंत्रिक ज्वर में यकृत वृद्धि अधिक होती है।
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| 3. | इससे आंत्रिक ज्वर (टायफाइड) में लाभ मिलता है।
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| 4. | आंत्रिक ज्वर और मलेरिया में अतिसार की अधिक उत्पत्ति होती है।
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| 5. | आंत्रिक ज्वर से पीड़ित रोगी पानी को उबालकर प्रयोग कर सकते हैं।
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| 6. | आंत्रिक ज्वर से पीड़ित रोगी शारीरिक रूप से बहुत कमजोर हो जाता है।
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| 7. | आधुनिक वैज्ञानिकों के अनुसार मुनक्का से आंत्रिक ज्वर के जीवाणु भी नष्ट होते हैं।
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| 8. | आंत्रिक ज्वर को मियादी बुखार, मोतीझारा आदि अनेक नामों से संबोधित किया जाता है।
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| 9. | आंत्रों से संबंधित होने के कारण चिकित्सक इसे आंत्रिक ज्वर के नाम से संबोधित करते है।
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| 10. | -यह तेल आंत्रिक ज्वर (Typhoid) के जीवाणु तथा आंत्र के श् व.ष ्टश्द्यi E.
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